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जिले में रेत माफियाओं का आतंक, तहसीलदार को बेतहाशा पीटा

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* अंबड तहसील कार्यालय में भरी दोपहर को घटी घटना से प्रशासन में खलबली

जालना: जालना जिले में विशेष कर अंबड और घनसावंगी के गोदावरी किनारे पर रेत माफियाओं का आतंक साफ नजर आ रहा है. कार्रवाई करने वाले प्रशासन और पुलिस के दस्तों पर हमले कर जान से मारने के कई प्रयास होने के बावजूद पुलिस की ढीली पकड के कारण घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. बुधवार की दोपहर को ऐसी ही एक वारदात में रेत माफियाओं ने तहसीलदार के कक्ष में घुस कर उसकी बेतहाशा पिटाई कर दी. 

अंबड तहसील के गोंदी और साष्टपिंपलगांव में मंगलवार को कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर रेत का जखीरा जब्त किया गया था. इसी का बदला लेने के उद्देश्य से दोपहर ढाई बजे पंकज सखाराम सोलुंके (निवासी गोंदी, तहसील अंबड)  बुधवार को गाली ग्लोच करते हुए अंबड तहसील कार्यालय पहुंचा और तहसीलदार  विद्याचरण कडवकर के कक्ष में घुस कर बेतहाशा पिटाई की. 

मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों की बात पर यकीन किया जाए तो पंकज जब कार्यालय पहुंचा तो उसे सेवक ने दरवाजा पर ही रोक कर इंतजार करने को कहा. इसके बावजूद वो जबरदस्ती कक्ष में घुस गया और गालियां देते हुए पुछने लगा कि तू मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहा है. कल गांव में कार्रवाई क्यों की और मेरा फेरफार मंजूर क्यों नहीं कर रहा है. 

तहसीलदार विद्याचरण कडवकर कुछ कह पाता इससे पहले ही पंकज ने उसे दो तीन तमाचे जड दिए और बेतहाशा पिटाई शुरू की दी. जब उसे वहां मौजूद लोगों ने रोकने का प्रयास किया तो तब तहसीलदार उसके चंगुल से छूटने में सफल रहा. अपुष्ट जानकारी पर यकीन करें तो लोगों का कहना यह भी रहा की पंकज ने तहसिलदार को तहसिल परिसर में पकड़ा तथा जान से मारने की धमकी देकर हाथापाई भी की. इसके बाद वो फरार हो गया. 

ने जब तहसीलदार की पिटाई करना शुरू की तो तहसीलदार जोर जोर से चिल्लाने लगा और किसी तरह अपने आप को उसके चंगुल से छुड़ाकर कक्ष के बाहर आने में सफल रहा. इसके बाद भी पंकज रुका नही तथा तहसील कार्यालय परिसर में भी तहसीलदार को धुनक दिया और फरार भी हो गया. 

इस मामले में तहसीलदार विद्याचरण कडवकर की फरियाद पर  पंकज सखाराम सोलुंके (निवासी गोंदी, तहसील अंबड) के विरुद्ध अंबड पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है.  

रेत चोरी रोकने के लिए अंबड और घनसावंगी में प्रतिबंधक आदेश लागू

जालना: अंबड तहसीलदार द्वारा रेत माफिया की पिटाई करने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए अंबड और घनसावंगी में रेत चोरी रोकने और रेत माफियाओं पर लगाम लगाने के उद्देश्य से  फौजदारी दंड संहिता 1973 की धारा 144 लागू कर दी है. 

इन दोनों तहसीलों में रेत घाटों की नीलामी नहीं हुई है रेत चोरी ना हो इस उद्देश्य से अंबड के उपविभागीय दंडाधिकारी स्वप्नील कापडणीस ने उपरोक्त आदेश जारी किए है.  

इस आदेश के तहत अंबड तहसील के  आपेगाव,  बलेगाव,  गोरी, गंधारी, शहागड, साष्ट पिंपळगाव, वालकेश्वर, कुरण, पाथरवाला बु., गोंदी, हसनापुर, कोठाला खु., साडेगाव, इंदलगाव, गंगाचिंचोली (यह सभी गांवों गोदावरी पात्र के ), आवा-अंतरवाला, माहेरभायगाव, चिकनगाव, साडेसावंगी, मठपिंपलगाव (दुधना नदीपात्र) के साथ ही  घनसावंगी तहसिल के जोगलादेवी, रामसगाव, मंगरुल, भोगगाव, शिवणगाव, शेवता, लिंगसेवाडी, बाणेगाव, राजाटाकली (गोदावरी नदीपात्र) व  रांजणी,  मुढेगाव (दुधना नदीपात्र) में आदेश लागू रहेंगे. यह आदेश २८ फरवरी तक लागू रहेंगे.